शब्द गर भावों का धरातल है शब्द गर भावों का धरातल है
स्वर्णिम-पिंजरे का संग छोड़कर आकांक्षाओं के पंख पसारकर अपनी मंजिल खुद ही पाएं। स्वर्णिम-पिंजरे का संग छोड़कर आकांक्षाओं के पंख पसारकर अपनी मंजिल खुद ही ...
तिनका-तिनका बिखरा जीवन एक प्रभंजन आया ऐसा तिनका-तिनका बिखरा जीवन एक प्रभंजन आया ऐसा
विकल हृदय की वेदना से, भाव जो प्रस्फुटित होते हैं विकल हृदय की वेदना से, भाव जो प्रस्फुटित होते हैं
कुछ दिलों में मेरे प्रति मलिनता का हो रहा है मुझको काफी स्पष्ट आभास। कुछ दिलों में मेरे प्रति मलिनता का हो रहा है मुझको काफी स्पष्ट आभास।
तुम किसी से कह दोगे, सह नहीं पाऊँगी। तुम किसी से कह दोगे, सह नहीं पाऊँगी।